माधव गणेशराव लोमटे कृषि में विभिन्न नकदी फसलें उगाते हैं। श्री लोमटे हर साल रबी सीजन में खरबूजे की फसल की खेती करते हैं। वे आम तौर पर अक्टूबर की शुरुआत में खरबूजे की फसल को मल्चिंग पेपर पर लगाते हैं। उचित जल योजना,
खरपतवार प्रबंधन, अच्छी गुणवत्ता वृद्धि के लिए मल्चिंग कवर बहुत उपयोगी होता है। फसलों पर पत्तीदार धब्बे, भूरे धब्बे, कोमल फफूंदी और अन्य कीटों जैसे एफिड्स, वीविल्स और बीटल का आतंक था। उन्होंने रासायनिक उर्वरकों, रोग और कीट प्रबंधन पर बहुत समय और पैसा खर्च किया।
इस साल खरबूजे की खेती के दौरान लोमटे शुरू से ही बायोफिट उत्पादों का इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने खरबूजे की दो किस्मों, कुंदन और मृदुला का चयन किया था।