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श्री. परमेश्वर यादवराव काकड़े
जालना, महाराष्ट्र.
 
कुल क्षेत्रफल: 8 एकड़ बागवानी
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परमेश्वर काकड़े हर साल सोयाबीन की खेती करते हैं। वे पारंपरिक तरीके से खेती करते हुए संकर किस्मों और उर्वरकों की उचित प्लानिंग पर ध्यान केंद्रित करते हैं। उन्हें हर साल 2.5 से 3 एकड़ क्षेत्र में सोयाबीन की फसल प्राप्त होती है।

उन्हें औसतन प्रति एकड़ 7 से 8 क्विंटल सोयाबीन का उत्पादन मिलता है, एक एकड़ में सोयाबीन की फसल के लिए उन्हें 22 से 24 हजार खर्च करना पड़ता है।

इस वर्ष परमेश्वर काकड़े ने ग्रीष्मकालीन सोयाबीन की बुवाई की। 2 एकड़ क्षेत्र में सोयाबीन की हाईब्रिड किस्मों यानी फुले-किमया 753 को टोकन विधि से बोया गया। सोयाबीन के अंकुरण में सुधार के लिए, उन्होंने बायोफिट स्टिमरिच का इस्तेमाल किया। जिससे 95% से अधिक अंकुरण प्राप्त हुआ।

अंकुरण के 20 दिन बाद उन्होंने बायोफिट स्टिमरिच, बायो-99 और बायोफिट शेत का छिड़काव किया। इसके बाद उन्होंने अंकुरित होने की अवस्था में, फूल आने की अवस्था में और फली भरने की अवस्था में बायोफिट उत्पादों का इस्तेमाल किया। बायोफिट उत्पादों के इस्तेमाल के कारण इस सीजन में सोयाबीन के फसल की वृद्धि काफी अच्छी रही है। अंकुरित होने की संख्या में वृद्धि हुई। फूल का झड़ना कम हो गया और फली अच्छी तरह भर गई। उन्हें इस सीजन में सोयाबीन का रिकॉर्ड उत्पादन प्राप्त हुआ है।
सोयाबीन की पिछली फसल और बायोफिट सोयाबीन की फसल के बीच अंतर
सोयाबीन की पिछली फसल :
  • उत्पादन लागत/एकड़: 24,000 रु.
  • औसत उपज/एकड़: 7.5 क्विंटल
  • बाजार मूल्य/क्विंटल : रु. 3600
  • कुल आय/एकड़: रु. 27,000
  • शुद्ध लाभ/एकड़ : रु. 3000
बायोफिट सोयाबीन की फसल :
  • उत्पादन लागत/एकड़ : रु. 30,000
  • औसत उपज/एकड़: 12.5 क्विंटल
  • बाजार मूल्य/क्विंटल : रु. 4300
  • कुल आय/एकड़: रु. 53,750
  • शुद्ध लाभ/एकड़ : रु. 23,750
उन्होंने सोयाबीन उगाते समय रासायनिक उर्वरकों की लागत को नियंत्रित करने के लिए दो बार बायोफिट एनपीके और शेत का इस्तेमाल किया। इससे मिट्टी की गुणवत्ता में सुधार लाने में मदद मिली। इससे मिट्टी में पोषक तत्वों की उपलब्धता में भी वृद्धि हुई है। इस सीजन में काकड़े को 12.5 क्विंटल प्रति एकड़ का रिकॉर्ड तोड़ सोयाबीन उत्पादन प्राप्त हुआ है।