उन्होंने 100 लीटर पानी में 200-200 मिली बायोफिट एन.पी.के. और बायोफिट शेत मिलाकर 15 दिनों के अंतराल पर 5 बार इस्तेमाल किया। इससे रासायनिक उर्वरकों पर होने वाला अतिरिक्त खर्च कम हो गया और मिट्टी की पौष्टिकता में सुधार करने में मदद मिली। उन्होंने स्ट्रॉबेरी फसल के बेहतर शाखा विकास, फूल और फल पाने के लिए हर 15 दिनों में बायोफिट स्टिमरिच + बायो 99 का छिड़काव किया। फंगल बीमारियों और चूषक कीड़ों से बचाव के लिए 15 दिनों के अंतराल पर बायोफिट रैप और इंटैक्ट का छिड़काव किया। इससे रासायनिक दवाओं के प्रयोग में कमी आई। फसल की प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिली। इससे फलों का स्थायित्व भी बढ़ गया।