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श्री. विजय भैरवनाथ धनावडे
सतारा, महाराष्ट्र.
 
कुल क्षेत्रफल: बागवानी 5 एकड़
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विजय भैरवनाथ धनावड़े अपने गांव में स्नातक किसान हैं और नकदी फसलों पर अधिक जोर देते हैं। पिछले 2-3 वर्षों से उन्होंने कृषि में उत्पादकता बढ़ाने के लिए स्ट्रॉबेरी की फसल का उत्पादन शुरू किया। स्ट्रॉबेरी उगाते समय वे रासायनिक उर्वरकों पर काफी खर्च करते थे। लेकिन रसायनों के अत्यधिक प्रयोग से फसल कमजोर हो गई थी। फलों की भंडारण क्षमता कम होने के कारण उन्हें अपेक्षित बाजार मूल्य नहीं मिल रहा था। इससत्र में श्री धनावड़े ने मल्चिंग पेपर पर स्ट्रॉबेरी की दो किस्में (जल्दी फलने वाली और देर से फलने वाली) विंटर और आर-1 किस्में लगाईं। वे शुरू से ही फसल की खेती करते समय बायोफिट उत्पादों का इस्तेमाल करते थे।
उन्होंने 100 लीटर पानी में 200-200 मिली बायोफिट एन.पी.के. और बायोफिट शेत मिलाकर 15 दिनों के अंतराल पर 5 बार इस्तेमाल किया। इससे रासायनिक उर्वरकों पर होने वाला अतिरिक्त खर्च कम हो गया और मिट्टी की पौष्टिकता में सुधार करने में मदद मिली। उन्होंने स्ट्रॉबेरी फसल के बेहतर शाखा विकास, फूल और फल पाने के लिए हर 15 दिनों में बायोफिट स्टिमरिच + बायो 99 का छिड़काव किया। फंगल बीमारियों और चूषक कीड़ों से बचाव के लिए 15 दिनों के अंतराल पर बायोफिट रैप और इंटैक्ट का छिड़काव किया। इससे रासायनिक दवाओं के प्रयोग में कमी आई। फसल की प्राकृतिक प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद मिली। इससे फलों का स्थायित्व भी बढ़ गया।
स्ट्रॉबेरी की पिछली फसल और बायोफिट स्ट्रॉबेरी फसल के बीच अंतर
स्ट्रॉबेरी की पिछली फसल :
  • उत्पादन लागत/10 गुंथे: 1,05,000 रु.
  • औसत उत्पादन/10 गुंथे: 4500 किलो
  • बाजार मूल्य: रु. 70 किलो
  • कुल आय/10 गुंथे: 3,15,000 रु.
  • शुद्ध लाभ/10गुंथे: 2,10,000 रु.
बायोफिट स्ट्रॉबेरी फसल :
  • उत्पादन लागत/10 गुंथे: 1,07,000 रु.
  • औसत उत्पादन/10 गुंथे: 5200 किलो
  • बाजार मूल्य: रु. 90 किलो
  • कुल आय/10 गुंथे: 4,68,000 रु.
  • शुद्ध लाभ/10 गुंथे: 3,61,000 रु.
स्ट्रॉबेरी फलों के प्राकृतिक रंग, रस और स्थायित्व के कारण, इस मौसम में उन्हें ज्यादा दाम मिला।